History of Kakutsth kshtriya darji community लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
History of Kakutsth kshtriya darji community लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

17.3.25

काकुत्स्थ क्षत्रिय दर्जी समाज की उत्पत्ति और इतिहास | History of Kakutsth kshtriya darji community





कोकुत्स्थ:- काकुत्स्थ क्षत्रिय समाज अपने आप को अयोध्या के इक्ष्वाकु वंश से जोड़ते हैं एवं महाराज पुरंजय के वंशज मानते हैं। वे अपने आप को सूचीकार ( दर्जी) कहते हैं | इस समाज का वर्ण परिवर्तन के पीछे पौराणिक आख्यान लगभग छीपा समाज जैसा ही है। यह समाज भी संत नामदेव को अपने समाज का मानते हैं।
काकुत्स्थ एक वंश था और दर्जी एक समाज है
काकुत्स्थ, अयोध्या के सूर्यवंशी राजा थे.
वे विकुक्षि के पुत्र, इक्ष्वाकु के पौत्र, और वैवस्वत मनु के प्रपौत्र थे.
दशरथ, काकुत्स्थ के वंशज थे.
देवासुर संग्राम में इन्होंने वृषरूपधारी इंद्र के कुकुद् अर्थात्‌ डील (कूबड़) पर सवार होकर राक्षसों को पराजित किया था.
इनके पुत्र अनेना और पौत्र पृथु हुए.
कूर्म तथा मत्स्य पुराणों में इनके एक पुत्र का नाम सुयोधन भी दिया है.
दर्जी समाज
दर्जी समाज में कई उपजातियों का समावेश है, जैसे कि नामदेव, काकुसथ,  सक्सेना, श्रीवास्तव, टांक, टेलर, आदि.
दर्ज़ी शब्द का शाब्दिक अर्थ दर्जी का व्यवसाय है.
मुस्लिम दर्ज़ी बाइबिल और कुरान के पैगम्बरों में से एक इदरीस ( हनोक ) के वंशज होने का दावा करते हैं.
भारतीय (गुजरात और मुंबई) में दर्जी उपनाम मुख्य रूप से पारसी व्यावसायिक नाम है.
यह अंग्रेज़ी शब्द टेलर से लिया गया है.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी Internet sources, Digital News papers, Books और विभिन्न धर्म ग्रंथो के आधार पर ली गई है. Content को अपने बुद्धी विवेक से समझे।

यूट्यूब विडिओ की प्लेलिस्ट -


भजन, कथा ,कीर्तन के विडिओ

मंदिरों की बेहतरी हेतु डॉ आलोक का समर्पण भाग 1:-दूधाखेडी गांगासा,रामदेव निपानिया,कालेश्वर बनजारी,पंचमुखी व नवदुर्गा चंद्वासा ,भेरूजी हतई,खंडेराव आगर

जाति इतिहास : Dr.Aalok भाग २ :-कायस्थ ,खत्री ,रेबारी ,इदरीसी,गायरी,नाई,जैन ,बागरी ,आदिवासी ,भूमिहार

मनोरंजन ,कॉमेडी के विडिओ की प्ले लिस्ट

जाति इतिहास:Dr.Aalok: part 5:-जाट,सुतार ,कुम्हार,कोली ,नोनिया,गुर्जर,भील,बेलदार

जाति इतिहास:Dr.Aalok भाग 4 :-सौंधीया राजपूत ,सुनार ,माली ,ढोली, दर्जी ,पाटीदार ,लोहार,मोची,कुरेशी

मुक्ति धाम अंत्येष्टि स्थलों की बेहतरी हेतु डॉ.आलोक का समर्पण ,खण्ड १ :-सीतामऊ,नाहर गढ़,डग,मिश्रोली ,मल्हार गढ़ ,नारायण गढ़

डॉ . आलोक का काव्यालोक

दर्जी समाज के आदि पुरुष  संत दामोदर जी महाराज की जीवनी 

मुक्ति धाम अंत्येष्टि स्थलों की बेहतरी हेतु डॉ .आलोक का समर्पण भाग 1 :-मंदसौर ,शामगढ़,सितामऊ ,संजीत आदि