बालाजी मंदिर बालोदा -गरोठ-मंदसौर के लिए
समाजसेवी डॉ .दयाराम जी आलोक शामगढ़ की तरफ से
दर्शनार्थियों के बैठने हेतु 4 सिमेन्ट की बेंच दान
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले का गाँव बालोदा चम्बल नदी की गाँधीसागर झील के समीप स्थित है। यहाँ का बालाजी का मंदिर गाँव के बीच मे है और लोगों की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है। मंदिर के सामने खुला प्रांगण है। मंदिर बहुत छोटा है और टीन के चद्दर लगे हुए हैं। मंदिर प्रबंधन की समिति के लोगों मे ज्यादा उत्साह नहीं दिखाई दिया । फिर भी समाज सेवी डॉ .दयाराम जी आलोक शामगढ़ ने अपने आध्यात्मिक दान-पथ के सिलसिले मे शामलाल जी विश्वकर्मा मिस्त्री के अनुरोध पर आँख मूदकर भरोसा करते हुए इस मंदिर मे 4 सिमेन्ट की बेंचें भेंट की हैं।खुले मे पड़ी होने और देख रेख के अभाव मे एक बेंच टूट गई है, दान दाता का शिलालेख भी विस्थापित कर दिया गया है। दामोदर पथरी चिकित्सालय शामगढ़ के माध्यम से इस छोटे से गाँव के 3 मंदिरों मे सिमेन्ट की 9 बेंच की व्यवस्था की गई है। हमारी टीम जब बलोदा पहुंची तो अनुभव किया कि शामलाल जी विश्वकर्मा पर भरोसा करना गलत निर्णय था। एक अन्य मंदिर के प्रबंधक शामनाथजी जो योगी हैं।ये मंदिर मे शिलालेख लगाने की अपनी बात पर कायम रहने वाले व्यक्ति नहीं हैं। जिन मंदिरों मे ऐसे प्रबंधक हों वहाँ बाहर के दान दाताओं को दान देते वक़्त आँख खुली रखकर अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। नृसिंह मंदिर चंद्रावत राजाओं द्वारा निर्मित है जितेंद्र सिंग जी रावले ने नया निर्माण करवाया है। रावले ने नृसिंग मंदिर मे बेंच भेंट के लिए आभार माना !दान दाता को संतुष्ट करना मंदिर समितियों का दायित्व बनता है.
मंदसौर,झालावाड़ ,आगर,नीमच,रतलाम जिलों के
साहित्य मनीषी
डॉ.दयाराम जी आलोक
शामगढ़ का
आध्यात्मिक दान-पथ
मित्रों ,
परमात्मा की असीम अनुकंपा और
कुलदेवी माँ नागणेचिया के आशीर्वाद और प्रेरणा से डॉ.दयारामजी आलोक द्वारा आगर,मंदसौर,नीमच ,झालावाड़ ,कोटा ,झाबुआ जिलों के चयनित मंदिरों और मुक्तिधाम में निर्माण/विकास / बैठने हेतु सीमेंट बेंचें/ दान देने का अनुष्ठान प्रारम्भ किया है|
मैं एक सेवानिवृत्त अध्यापक हूँ और अपनी 5 वर्ष की कुल पेंशन राशि दान करने का संकल्प लिया है| इसमे वो राशि भी शामिल रहेगी जो मुझे google कंपनी से नियमित प्राप्त होती रहती है| खुलासा कर दूँ कि मेरी 6 वेबसाईट हैं और google उन पर विज्ञापन प्रकाशित करता है| विज्ञापन से होने वाली आय का 68% मुझे मिलता है| यह दान राशि और सीमेंट बेंचें पुत्र डॉ.अनिल कुमार राठौर "दामोदर पथरी अस्पताल शामगढ़ "के नाम से समर्पित हो रही हैं|
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें