@alokdayaram
डॉ. दयाराम आलोक जी का मध्य प्रदेश और राजस्थान के मंदिरों में दर्शनार्थियों के लिए सीमेंट की बेंचें दान करना वास्तव में एक महान पुण्य का कार्य है। उनकी दान की भावना से न केवल दर्शनार्थियों को आराम मिलेगा, बल्कि यह समाज में सहयोग और सामुदायिक विकास की भावना को भी बढ़ावा देता है।
मंदसोर जिले की गरोठ तहसील के गाँव सुराखेड़ी का पञ्चमुखी बालाजी का मंदिर अपनी लोकेशन और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ मद्भागवत कथा जैसे धार्मिक आयोजन होते हैं। मंदिर की समिति इस धर्मस्थल के लिए सुविधाएं जुटाने और नई संरचनाओं के निर्माण हेतु लोगों का सहयोग प्राप्त कर रही है ¹।
पञ्चमुखी बालाजी का मंदिर हिंदू धर्म में प्रतीकात्मकता की एक अवधारणा है, जिसमें एक देवता को पांच सिरों के साथ दर्शाया जाता है। यह अवधारणा हनुमान, शिव, ब्रह्मा, गणेश, और गायत्री जैसे देवताओं के साथ जुड़ी हुई है ¹।
डॉ. दयाराम आलोक जी का दान इस मंदिर के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान है, जिससे दर्शनार्थियों को आराम और सुविधा मिलेगी। मंदिर की समिति के सदस्यों और ग्राम जन ने दान दाता की दान पट्टिका मंदिर में स्थापित करना और स्वागत सम्मान करना भी एक सुंदर गतिविधि है
डॉ .दयाराम आलोकजी का
आद्यात्मिक दान -पथ
परमात्मा की असीम अनुकंपा और कुलदेवी माँ नागणेचिया के आशीर्वाद और प्रेरणा से साहित्य मनीषी डॉ.दयाराम आलोकजी राजस्थान और मध्यप्रदेश के आगर,मंदसौर,नीमच ,झालावाड़ ,कोटा और झाबुआ जिलों के चयनित मंदिरों और मुक्ति धाम में निर्माण व विकास हेतु नकद और आगंतुकों के बैठने हेतु सीमेंट की बेंचें दान देने का अनुष्ठान संपन्न कर रहे हैं.
आलोकजी एक सेवानिवृत्त अध्यापक हैं और वे अपनी 5 वर्ष की कुल पेंशन राशि दान करने के संकल्प के साथ आध्यात्मिक दान-पथ पर अग्रसर हैं . इसमे वो राशि भी शामिल है जो आपको google कंपनी से नियमित प्राप्त होती रहती है| आपकी ६ वेबसाईट पर google विज्ञापन प्रकाशित करता है| विज्ञापन से होने वाली आय का 68% आपको मिलता है| समायोजित दान राशि और सीमेंट बेंचें पुत्र डॉ.अनिल कुमार राठौर "दामोदर पथरी अस्पताल शामगढ़ "के नाम से समर्पित हो रही हैं.
परमात्मा की असीम अनुकंपा और कुलदेवी माँ नागणेचिया के आशीर्वाद और प्रेरणा से साहित्य मनीषी डॉ.दयाराम आलोकजी राजस्थान और मध्यप्रदेश के आगर,मंदसौर,नीमच ,झालावाड़ ,कोटा और झाबुआ जिलों के चयनित मंदिरों और मुक्ति धाम में निर्माण व विकास हेतु नकद और आगंतुकों के बैठने हेतु सीमेंट की बेंचें दान देने का अनुष्ठान संपन्न कर रहे हैं.
आलोकजी एक सेवानिवृत्त अध्यापक हैं और वे अपनी 5 वर्ष की कुल पेंशन राशि दान करने के संकल्प के साथ आध्यात्मिक दान-पथ पर अग्रसर हैं . इसमे वो राशि भी शामिल है जो आपको google कंपनी से नियमित प्राप्त होती रहती है| आपकी ६ वेबसाईट पर google विज्ञापन प्रकाशित करता है| विज्ञापन से होने वाली आय का 68% आपको मिलता है| समायोजित दान राशि और सीमेंट बेंचें पुत्र डॉ.अनिल कुमार राठौर "दामोदर पथरी अस्पताल शामगढ़ "के नाम से समर्पित हो रही हैं.
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