17.10.18

खाती समाज के गौत्र और इतिहास



 

जाति इतिहासविद डॉ.दयाराम आलोक का मत है कि चंद्रवंशी खाती समाज श्री सहस्त्रबाहु(शहस्त्रर्जुन ) के पुत्र है,भगवान जगदीश समाज के इष्टदेव हैं, कुलदेवी महागौरी अष्टमी है, कुलदेव भैरव देव और आराध्य देव भोले शंकर है, खाती समाज पर भगवान परशुराम जी का आशीर्वाद है.इस जाती के लोग सुन्दर और गोर वर्ण अर्थात गोरे चिट्टे होते है.क्षत्रिय खाती समाज जम्मू कश्मीर के अभेपुर और नभेपुर के मूल निवासी है.आज भी चंद्रवंशी लोग हिमालय क्षेत्र केसर की खेती करते हैं.
समाज1200 वर्ष पहले से ही कश्मीर से पलायन करने लग गया था और भारत के अन्य राज्यों में बसने लग गया था।सम कालीन राजा के आदेश से समाज को राज्य छोड़ना पड़ा था। खाती समाज के लोग बहुत ही धनि और संपन्न थे, उच्च शिक्षा को महत्त्व दिया जाता था।
   चंद्रवंशी खाती समाज के सैनिक भी सेना का सञ्चालन करते थे।विजय से खुश होकर किलजी ने समाज को मालव पर राज करने को कहा परन्तु समाज के वरिष्ट लोगो ने सोच विचार कर निर्णय लिया, इस तरह कश्मीर से आने के बाद 35 वर्ष तक समाज मांडवगड़ में रहा इसके बाद आगे बढ़ कर महेश्वर जिसे महिष्मतिपूरी कहते थे वहां आकर रहने लगे |महेश्वर चंद्रवंशी खाती समाज के पूर्वज शहस्त्रार्जुन की राजधानी थी।आज भी महेश्वर में सहस्त्रबाहु का विशाल मंदिर बना हे जिसका सञ्चालन कलचुरी समाज करता हे।
महेश्वर में 45 वर्षो तक रहने क बाद वह से इंदौर,उज्जैन,देवास,धार,सांवेर,रतलाम,सीहोर,भोपाल,आदि जिलो में बसते चले गए और खाती पटेल कहलाये।
मालवा में खाती समाज के पूर्वजो ने 444 गांव बसाये जिनकी पटेली की वसियत भी उनके नाम रही।
खाती समाज का गौरवपूर्ण इतिहास रहा हे समाज के कुल 105 गोत्र हे जिसमे से 84 गोत्र मध्य प्रदेश में हे और प्रदेश के 16 जिलो में फेले हुए हे और 1250 गांवो में निवास करते हे।


खाती समाज के गोत्र 

खाती समाज मे निम्न गौत्र प्रचलित हैं-
1 भंवरसिया (Bhanvrasiya)
2 बोर्दिया (Dordiya)
3 गुन्घोडिया (Gunghodiya)
4 ननधारिया (Kanodhariya)
5 कण्ठगरिया (Kanthgariya)
6 धनबरदाय (Dhanbardaya)
7 अज्वास्य (Ajvasya)
8 ननदिया (Nanodiya)
9 बाघोदारया (Baghodaraya)
10 आंसवारिया (Aansavariya)
11 वजन्य देवाय (Vajenya-Devaya)
12 चिक्लोद मान्य (Chiklod-Manya)
13 मंगरोलिया (Mangroliya)
14 किरतपुरिया (Kiratpuriya)
15 सलोनाराय (Salonaraya)
16 विरोट्या (Virotya)
17 छिबड़िया (Chhibadiya)
18 कुरंदनस्य (Kurandansya)
19 संभत हेडिया (Sumbhat-Hediya)
20 दलोंड्रिया (Dalodriya)
21 इन्द्रिय (Indriya)
22 विरोठिया (Virothiya)
23 वरसखीरिया (Varaskhiriya)
24 इच्छावरिया (Icchhavariya)
25 आकासोदिया (Aakasodiya)
26 ताजपुरिया (Tajpuriya)
27 संदोरन्य (Sandoranya)
28 उछोड़िया (Uchodiya)
29 अलवण्या (Alvanya)
30 देवतारया (Devtaraya)
31 भैसोदिया (Bhaisodiya)
32 मण्डलवड़िया (Mandalavdiya)
33 गोळ्या (Golya)
34 जगोठिया (Jagothiya)
35 केलोडिया (Kelodiya)
36 रुदड़िया (Rudadiya)
37 पार्सवडिया (Parsavdiya)
38 देवदालिया (Devdaliya)
39 भादरिया (Bhaderiya)
40 कनसिया (Kanasiya)
41 बींजलिया (Binjaliya)
42 सोठड़िया (Sothadiya)
43 सवासिया (Savasiya)
44 सोनानिया (Sonaniya)
45 सूतिया (Soothiya)
46 सिसोदिया (Sisodiya)
47 शिवदासिया (Shivdasiya)
48 सरोजिया (Sarojiya)
49 सग्वलिया (Sagwaliya)
50 रिनोदिया (Rinodiya)
51 रणवासिया (Ranvasiya)
52 भड़लावड़िया (Bhadlavdiya)
53 भठुरिया (Bhathuriya)
54 भैसरोदिया (Bhaisrodiya)
55 भैसानिया (Bhaisaniya)
56 भदोड़िया (Bhdodiya)
57 भमोरिया (Bhamoriya)
58 बिनरोटिया (Binrotiya)
59 बीजलपुरिया (Bijalpuriya)
60 बिलावलिया (Bilavliya)
61 बडबडोदिया (Badbadodiya)
62 सिरसोडिया (Sirsodiya)
63 बबुलडिया (Babuldiya)
64 बरनवाया (Baranvaya)
65 बरनासिया (Barnasiya)
66 पंचोरिया (Panchoriya)
67 धनोरिया (Dhnoriya)
68 देवथलिया (Devthliya)
69 देथलिया (Dethliya)
70 ठेंगलिया (Thengliya)
71 तुमड़िया ,तोमर (Tumdiya,tomar)
72 तंडिया (Tamdiya)
73 तिलवडिया (Tilavdiya)
74 ठीकरोडिया (Thikrodiya)
75 डिंगरोडिया (Dingrodiya)
76 झलवाया (Jhalvaya)
77 जवारिया (Javariya)
78 जमलिया ,जमले (Jamliya/Jamle)
79 कामोठिया (Kaamothiya)
80 जमगोड़िया (Jamgodiya)
81 जलोदिया (Jalodiya)
82 चौरसिया (Chourasiya)
83 चंदवासिया (Chandvasiya)
84 ग्वालिया (Gavaliya)
85 गुरवादिया (Guravadiya)
86 गिड़गिड़ाया (Gidgidaya)
87 गिरितिया (Kiritiya)
88 खिरबाड़ोदिया (Khirbadodiya)
89 खचरोडिया (Khachrodiya)
90 खरलीय (Kharaliya)
91 खेवसिया (Khevasiya)
92 खजुरिया (Khajuriya)
93 केलिया (Keliya)
94 कुलखंडिया (Kulkhandiya)
95 कसया (Kasanya)
96 करंजिया (Karanjiya)
97 कसुन्दरिया (Kasundariya)
98 कल्मोदिया (Kalmodiya)
99 करनावडिया (Karnavdiya)
100 उपलवड़िया (Uplavdiya)
101 ितवदिया (Itavdiya)
102 अकोलिया (Akoliya)
103 अम्लवड़िया (Amlavdiya)
104 अलेरिया (Aleriya)
105 अजनावडिया(Ajnavdiya)

Disclaimer: इस  content में दी गई जानकारी Internet sources, Digital News papers, Books और विभिन्न धर्म ग्रंथो के आधार पर ली गई है. Content को अपने बुद्धी विवेक से समझे

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

रावथडिया गोत्र होती है उसके बारे में कुछ बताए।