17.1.22

कोरी या कोली जाति का इतिहास : Kori or Koli Caste history

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कोरी या कोली जाति :Kori or Koli Caste


इस जाति के लोग भारत के मूल निवासी हैं तथा ये भारत में ये गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और जम्मू कश्मीर राज्यों में निवास करते हैं। इन्हें भारत के कुछ राज्यों में जनजाति तथा कुछ राज्यों में पिछड़े वर्ग में रखा गया है।
कोली शब्द कोलिय कुल से आता है जिसका वर्णन प्राचीन इतिहास से प्राप्त होता है। भगवान गौतम बुद्ध का जन्म भी कोलिय कुल में हुआ था।
कोरी2संस्कृत [संज्ञा पुल्लिंग] हिंदुओं की एक जाति जो सादे और मोटे कपड़े बुनती है ; जुलाहा। कोरी 1- संज्ञा पुलिंग [संस्कृत कोल=सुअर] [स्त्रीलिंग कोरिन] हिंदुओं की एक जाति जो सादे और मोटे कपड़े बुनती है । हिंदू जुलाहा ।
कोरी एक बुनकर जाति है. जो कि उत्तर भारत के सभी जनपदों में निवास करती है। यह अलग-२ स्थानों पर अलग-२ नामों से जानी जाती है जैसे- भुइयार, कोली, तंतवाय, हिन्दू जुलाहा, कबीर पंथी आदि। गौतम बुद्ध कोरी समाज से हैं.

Kori or Koli Caste:

  जाति इतिहासकार डॉ.दयाराम आलोक के मुताबिक कोली एक समुदाय है जो मूल रूप से भारत के गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और जम्मू कश्मीर राज्यों का निवासी रहा है। कोली गुजरात की एक जमीदार जाती है इनका मुख्य कार्य खेतीबाड़ी है लेकिन जहां पर ये समुंद्री इलाकों में रहते हैं वहां पर खेतीबाड़ी काम करते हैं। बीसवीं शताब्दी की शुरुआत में अंग्रेजी हुकूमत ने इनको खूनी जाती घोषित कर दिया था। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजी हुकूमत ने कोली जाती को एक योद्धा जाती का दर्जा दिया क्योंकि कोली जाती ने प्रथम विश्व युद्ध में अपने वीरता का परिचय दिया।

 Kori or Koli Caste

कोलिय वंश की शुरुआत भगवान मान्धाता से हुई। महाराज मान्धाता ने पूरी पृथ्वी पर राज किया था इसी लिए उन्हें पृथ्वीपति कहा जाता है। राजा दसरथ इस कुल की 25वीं पीढ़ी थे, अर्थात भगवान राम का जन्म इच्छवाकु वंश के कोलिय कुल में हुआ था।
मराठा सेनाओं में अधिकांश सेना कोलिय थे तथा ताना जी राव भी कोलिय वंश से ही थे।
कोलिय कुल की कुलदेवी का नाम मुम्बा देवी है तथा इन्हीं के नाम पर महाराष्ट्र राज्य को मुंबई नाम दिया गया है।
कोली जाति प्राचीन काल मे राजपूत थे ,परंतु समय के साथ उन्होंने राजपाट छोड़ दिया तथा पिछड़े वर्ग में शामिल हो गए। लेकिन अभी भी गुजरात और हिमांचल प्रदेश में कोली जाति राजपूत ही हैं।

 Kori or Koli Caste

सुसान बेबी जो कि लेखिका है इनके अनुसार कोली जाती महारष्ट्र की एक बहुत ही पुरानी क्षत्रिय प्रजाति है। गुजरात और महाराष्ट्र के राजा लोग कोली जाती को बदमाशों की जाती के रूप में देखते थे इसी लिए राजा महाराजा कोली जाती के लोगो को सेना के तौर पर काम लेते थे।
हमारे देश के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी भी कोली जाति से संबंधित हैं। उत्तरप्रदेश राज्य में कोरी जाति के लोग अनुसूचित जाति की श्रेणी में आते हैं।



भारत में कोरी जाति की जनसँख्या ? Kori or Koli Caste

राज्य के आधार पर कोरी जाति की जनसँख्या निम्न है।
1) जम्मू कश्मीर : 2 लाख +
2) पंजाब : 9 लाख
3) हरियाणा : 14 लाख
4) राजस्थान : 78 लाख
5) गुजरात : 1.50 लाख
6) महाराष्ट्र : 45 लाख
7) गोवा : 5 लाख

कर्णाटक : 45 लाख
9) केरल : 12 लाख
10) तमिलनाडु : 36 लाख
11) आँध्रप्रदेश : 24 लाख
12) छत्तीसगढ़ : 24 लाख
13) ओद्दिसा : 37 लाख
14) झारखण्ड : 12 लाख
15) बिहार : 90 लाख
16) पश्चिम बंगाल : 18 लाख
17) मध्य प्रदेश : 42 लाख
18) उत्तर प्रदेश : 200 लाख (2 करोड़)
19) उत्तराखंड : 20 लाख
20) हिमाचल : 45 लाख
21) सिक्किम : 1 लाख
22) असाम : 10 लाख
23) मिजोरम : 1.5 लाख
24) अरुणाचल : 1 लाख
25) नागालैंड : 2 लाख
26) मणिपुर : 7 लाख
27) मेघालय : 9 लाख
28) त्रिपुरा : 2 लाख
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