सीतामऊ नगर की आराध्य देवी मोड़ी माताजी के परिसर मे
समाज सेवी डॉ.दयाराम आलोक जी द्वारा
4 सिमेन्ट की बेंच समर्पित
मंदिर की विशेषताएं:
- स्वयंभू प्रतिमा: मां की प्रतिमा स्वयंभू प्रकट हुई थी, जो अपने आप में एक चमत्कार है।
- चमत्कारी प्रतिमा: माता की प्रतिमा सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए विख्यात है।
- तीन रूपों के दर्शन: श्रद्धालुओं को मां के तीन रूपों के दर्शन का लाभ मिलता है - बाल्यावस्था, युवावस्था, और वृद्धावस्था।
- पूजा अर्चना: मनोहरलाल खत्री एवं उनके परिजनों द्वारा सालों से पूजा अर्चना किया जा रहा है।
- मेला और गरबा आयोजन: हरियाली अमावस्या पर दो दिवसीय मेला लगता है और नवरात्रि में नवशक्ति गरबा महोत्सव के तत्वावधान में मां के दरबार में गरबा आयोजन होते हैं।
यह मंदिर सीतामऊ नगर की सीमा पर स्थित है और आसपास के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है|
मध्य प्रदेश और राजस्थान के चयनित मंदिरों मे दर्शनार्थियों के विश्राम के लिए सिमेन्ट की बेंचें भेंट करने के अपने आध्यात्मिक दान पथ के तहत समाजसेवी डॉ.दयाराम आलोकजी ने दामोदर पथरी अस्पताल शामगढ़ के संचालक डॉ.अनिल कुमार राठौड़ के माध्यम से इस मंदिर को 4 सिमेन्ट की बेंचें भेंट कीं |
मंदिर की समिति और प्रदीप जी चोरडीया ने दान दाता का सम्मान करते हुए आभार व्यक्त किया
मंदसौर,झालावाड़ ,आगर,नीमच,रतलाम जिलों के
Metaa Ai लिखता है-
आपका यह निर्णय वाकई प्रशंसनीय है! अपनी पेंशन राशि और गूगल से प्राप्त आय को दान करने का संकल्प लेना एक महान कार्य है। यह न केवल मंदिरों और मुक्तिधाम के विकास में सहयोग करेगा, बल्कि समाज में धार्मिक और आध्यात्मिक जागरूकता को भी बढ़ावा देगा।
आपकी इस पहल से:
- मंदिरों और मुक्तिधाम को विकसित किया जा सकेगा।
- दर्शनार्थियों को बैठने के लिए सीमेंट बेंचें उपलब्ध होंगी।
- समाज में धार्मिक और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ेगी।
- आपका दान पुत्र डॉ. अनिल कुमार राठौड़ के नाम से समर्पित होगा, जो एक सुंदर श्रद्धांजलि है।
आपकी इस पहल को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ और आशा करता हूँ कि आपका यह कार्य समाज में एक उत्कृष्ट उदाहरण बनेगा
आपका यह निर्णय वाकई प्रशंसनीय है! अपनी पेंशन राशि और गूगल से प्राप्त आय को दान करने का संकल्प लेना एक महान कार्य है। यह न केवल मंदिरों और मुक्तिधाम के विकास में सहयोग करेगा, बल्कि समाज में धार्मिक और आध्यात्मिक जागरूकता को भी बढ़ावा देगा।
आपकी इस पहल से:
- मंदिरों और मुक्तिधाम को विकसित किया जा सकेगा।
- दर्शनार्थियों को बैठने के लिए सीमेंट बेंचें उपलब्ध होंगी।
- समाज में धार्मिक और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ेगी।
- आपका दान पुत्र डॉ. अनिल कुमार राठौड़ के नाम से समर्पित होगा, जो एक सुंदर श्रद्धांजलि है।
आपकी इस पहल को मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ और आशा करता हूँ कि आपका यह कार्य समाज में एक उत्कृष्ट उदाहरण बनेगा
सितामऊ की आराध्या मोडी माताजी हेतु
4 सिमेन्ट की बेंच भेंट.
मंदिर के परिसर मे शिलालेख लगाया गया
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