सोयत कलां के मुक्ति धाम में
दामोदर पथरी अस्पताल शामगढ़ द्वारा
सीमेंट बेंचें भेंट की गई
सोयतकलाँ, मध्य प्रदेश का एक सुंदर नगर, जिसमें माँ चौसठ जोगनिया और पिपलिया खेड़ा हनुमान मंदिर जैसे प्राचीन और पवित्र धार्मिक स्थल हैं। डॉ. दयाराम आलोक जी द्वारा इन मंदिरों को दान की गई 6 सिमेन्ट की बेंचें भक्तों के लिए एक अच्छा कदम है यह कंठाल नदी के किनारे बसा हुआ है। सोयतकलां में माँ चौसठ जोगनिया का प्राचीनतम मंदिर स्थित है| सोयतकलां के समीप ही प्राचीन श्री हनुमान मंदिर है जो कि पिपलिया का खेड़ा नाम के गाँव में स्थित है इसी कारण इन्हें पिपलियाखेड़ा हनुमान मंदिर के नाम से भी जाना जाता है |सोयत मुक्ति धाम में लाल बेंचे दामोदर अस्पताल द्वारा दान की गई हैं.
मंदसौर,झालावाड़ ,आगर,नीमच,रतलाम,झाबुआ जिलों के
मन्दिरों,गौशालाओं ,मुक्ति धाम हेतु
साहित्य मनीषी
डॉ.दयाराम जी आलोक
शामगढ़ का
धार्मिक,आध्यात्मिक संस्थानों मे दर्शनार्थियों के लिए सिमेन्ट की बैंचों की व्यवस्था करना महान पुण्य का कार्य है। दान की भावना को साकार करते हुए डॉ. दयाराम जी आलोक मध्य प्रदेश और राजस्थान के चयनित मुक्ति धाम और मंदिरों के लिए नकद दान के साथ ही सैंकड़ों सीमेंट की बेंचें भेंट करने के अनुष्ठान को गतिमान रखे हुए हैं।
मैं एक सेवानिवृत्त अध्यापक हूँ और अपनी 5 वर्ष की कुल पेंशन राशि दान करने का संकल्प लिया है| इसमे वो राशि भी शामिल रहेगी जो मुझे google कंपनी से नियमित प्राप्त होती रहती है| खुलासा कर दूँ कि मेरी ६ वेबसाईट हैं और google उन पर विज्ञापन प्रकाशित करता है| विज्ञापन से होने वाली आय का 68% मुझे मिलता है| यह दान राशि और सीमेंट बेंचें पुत्र डॉ.अनिल कुमार राठौर "दामोदर पथरी अस्पताल शामगढ़ "के नाम से समर्पित हो रही हैं|
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