आस्था और अंधविश्वास के बीच बेहद महीन रेखा होती है, पता ही नहीं चलता कि कब आस्था अंधविश्वास में तब्दील हो गई. विज्ञान, वकील ,डॉक्टर की डिग्री होने के बावजूद ऐसे कई लोग गले मे काला डोरा या ताबीज धारण करते हैं और राशिफल,कुंडली के चक्कर से बाहर नहीं निकल पाते हैं -Dr.Dayaram Aalok,M.A.,Ayurved Ratna,D.I.Hom(London)
जैन धर्म की उत्पत्ति और गौरव शाली इतिहास ?History of origin of Jain Dharm
जैन धर्म में राम कौन हैं?
राम जैन धर्म में 63 शलाका पुरुषों (अत्यधिक पूजनीय) में से एक हैं। जैन धर्म में राम को आठवां बलभद्र माना जाता है। रावण और लक्ष्मण के बीच युद्ध के बाद, राम एक जैन ऋषि बन गए। और अंततः राम को महाराष्ट्र के तुंगीगिरी में निर्वाण (मोक्ष) प्राप्त हुआ, जैसा कि रामायण के निर्वाण कांड में वर्णित है
जैन धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार कौन सा है?
पर्युषण पर्व जैनियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है।
महावीर जी के गुरु कौन थे?
सच तो यह है कि महावीर जैन जी ने कोई गुरु नहीं बनाया। उन्होंने किसी से दीक्षा नहीं ली तथा मनमानी पूजा करते थे। यह पूजा पवित्र श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में मना की गई है।
जैन धर्म में महिलाओं की क्या स्थिति है?
जैन दर्शन में नारी के माता के रूप को सम्मान प्राप्त था। इस दर्शन में 24वें तीर्थंकरों में से 19वें तीर्थंकर के रूप में मल्लीनाथ नामक स्त्री का नाम लिए जाता था। वही दूसरी ओर नारी को काम वासना का साधन और मोक्ष प्राप्ति मे बाधक बताते हुए त्यागने योग्य भी कहा गया है
क्या जैन हिंदू भगवान को मानते हैं?
हिन्दु धर्म भगवान के अवतारवाद को मान्य करता है और उन्हींको सृष्टि का रचियता मानता है। इनकी पूजा पद्धति जैनों से अलग प्रकार की है। जैन अवतारवाद में विश्वास नहीं करता। जैन दर्शन के अनुसार एक बार सभी कर्मो का क्षय करके कोई भी भगवान बन सकता है
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